बस्तर ओलंपिक: शांति, विकास और उम्मीदों का नया अध्याय

बस्तर ओलंपिक: शांति, विकास और उम्मीदों का नया अध्याय

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने बस्तर जिले के जगदलपुर में आयोजित बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन बस्तर के विकास की नई शुरुआत का प्रतीक बनेगा। उन्होंने कहा कि बस्तर ओलंपिक शांति, सुरक्षा और विकास का संदेश देते हुए बस्तर को माओवाद की छाया से मुक्त करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।

Bastar Olympics: A new chapter of peace, development and hope

श्री शाह ने घोषणा की कि देश से नक्सलवाद को पूर्ण रूप से 31 मार्च 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य है। उन्होंने बस्तरवासियों को भरोसा दिलाया कि नक्सलवाद समाप्त होने के बाद बस्तर, कश्मीर से भी अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा।

बस्तर: पर्यटन और रोजगार की नई राह पर

श्री शाह ने बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर को पर्यटन के लिए आदर्श बताते हुए कहा कि मां दंतेश्वरी की कृपा से बस्तर को अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य का वरदान मिला है।

  • पर्यटन का विकास: यहां छोटे उद्योगों और पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देकर रोजगार के नए अवसर सृजित किए जाएंगे।
  • युवाओं की प्रेरणा: श्री शाह ने कहा कि बस्तर के युवाओं में अद्वितीय प्रतिभा है। इस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले युवाओं में से कोई अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत सकता है।

नक्सलवाद के खिलाफ डबल मोर्चा

  • जो नक्सली हिंसा का सहारा लेते हैं, उनके खिलाफ सुरक्षा बलों द्वारा सख्त कार्रवाई जारी है।
  • जो आत्मसमर्पण कर रहे हैं, उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने के लिए पुनर्वास और रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
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