धमतरी जिले से एक बेहद दुखद मामला सामने आया है। यहां एक 15 वर्षीय स्कूली छात्रा ने बार-बार परेशान किए जाने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार, परसतरई गांव की रहने वाली भाग्यश्री साहू कक्षा 10वीं की छात्रा थी और लोहारसी गांव के एक निजी स्कूल में पढ़ाई कर रही थी।
परिजनों के अनुसार, 13 नवंबर को, लोहारसी गांव के एक युवक ने उनके घर के बाहर आकर छात्रा को धमकी दी थी। युवक ने उसे स्कूल जाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। इस घटना के बाद, छात्रा के परिवार ने उसे स्कूल नहीं भेजने का निर्णय लिया। 14 नवंबर को, जब भाग्यश्री के माता-पिता अपने खेतों में काम करने गए थे और वह घर पर अकेली थी, तब उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
परिजनों का कहना है कि यह युवक पूर्व में भी कई बार उसे परेशान कर चुका था, और इसकी शिकायत अर्जुनी थाने में भी दर्ज करवाई गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन उसे तुरंत जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
फिलहाल अर्जुनी थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है और संबंधित युवक के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस घटना ने न केवल परिजनों बल्कि पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।
मानसिक स्वास्थ्य और समाज की भूमिका
इस तरह की घटनाएं बताती हैं कि मानसिक स्वास्थ्य, विशेष रूप से किशोरों में, कितना संवेदनशील होता है। सामाजिक दबाव और धमकियों का असर उन पर गहरा पड़ता है, जिससे कई बार वे आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। समाज को ऐसे मामलों में सतर्क रहने और उचित कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके।