छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की कैबिनेट का विस्तार हो गया है। नौ विधायकों को राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने मंत्री पद की शपथ दिलाई।
छत्तीसगढ़ सरकार की कैबिनेट का विस्तार
90 सदस्यीय विधानसभा वाले राज्य में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं।
नौ विधायकों के आज शपथ लेने के बाद मंत्रिमंडल में 2 उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा समेत और अरुण साव के साथ साथ मंत्रियों की संख्या 12 हो गई है। एक खाली पद पर विचार-विमर्श जारी है।
सरगुजा संभाग से तीन, रायपुर संभाग से दो, बिलासपुर संभाग से दो, बस्तर संभाग से एक, दुर्ग संभाग से एक विधायक को मंत्री बनाया गया है।
सबसे पहले बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री पद की शपथ ली।
दूसरे नंबर पर रामविचार नेताम ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
तीसरे नंबर पर दयालदास बघेल ने मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने कांग्रेस के मंत्री को हराया था। वे एससी वर्ग का बड़ा चेहरा हैं।
चौथे नंबर पर केदार कश्यप ने शपथ ली। वे चौथी बार विधायक बने हैं। तीन बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
पांचवें नंबर पर लखनलाल दंवांगन ने मंत्री पद की शपथ ली। वे दूसरी बार विधायक बने हैं। उन्होंने मंत्री जयसिंह को चुनाव में हराया था। लखनलाल कोरबा के महापौर रह चुके हैं।
छठे नंबर पर श्यामबिहारी जायसवाल ने मंत्री पद की शपथ ली। वे दूसरी बार विधायक बने हैं। जायसवाल किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके पास एमएससी की डिग्री है।
सातवें नंबर पर पूर्व आईएएल अधिकारी ओपी चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। वे प्रशासनिक कौशल में माहिर हैं। पहली बार विधायक बने हैं। प्रदेश महामंत्री के पद पर रह चुके हैं। 2018 में आईएएस अधिकारी के पद से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन की थी।
आठवें नंबर पर लक्ष्मी राजवाड़े ने मंत्री पद की शपथ ली। कैबिनेट में एकमात्र महिला लक्ष्मी राजवाड़े को शामिल किया गया है। पहली बार विधायक बनी राजवाड़े मंत्रिमंडल में सबसे कम उम्र की मंत्री हैं।
नौंवे नंबर पर टंकराम वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने पहली बार चुनाव जीता है। 30 साल से राजनीति में सक्रिय हैं।