सुशासन तिहार 2025: छत्तीसगढ़ में प्रगति और जन कल्याण की नई पहल
छत्तीसगढ़ सरकार, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में, राज्य में सुशासन स्थापित करने के लिए निरंतर कार्यरत है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, सरकार ने “सुशासन तिहार-2025” का आयोजन करने का निर्णय लिया है। यह पहल शासकीय कार्यों में पारदर्शिता लाने, जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने और आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण करने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
क्र सं. | विषय | प्रकाशन दिनांक | विवरण |
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1 | सुशासन तिहार 2025 के क्रियान्वयन संबंधी निर्देश | 06/04/2025 | View |
2 | सुशासन तिहार- 2025 हेतु समस्त कलेक्टरों के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी का पत्र | 04/04/2025 | View |

सुशासन तिहार-2025 का उद्देश्य:
- जन समस्याओं का समयबद्ध निराकरण: इस तिहार का मुख्य उद्देश्य आम जनता की विभिन्न समस्याओं और शिकायतों का कुशलतापूर्वक और निर्धारित समय सीमा के भीतर समाधान करना है।
- शासकीय योजनाओं की समीक्षा: सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति और प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इनका लाभ लक्षित वर्गों तक पहुंच रहा है।
- विकास कार्यों में गति: राज्य में चल रहे विकास कार्यों को गति प्रदान करना और उनमें आ रही बाधाओं को दूर करना।
- जन संवाद: आम जनता, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना ताकि उनकी राय और सुझावों को शासन की नीतियों और कार्यक्रमों में शामिल किया जा सके।
आयोजन के चरण:
“सुशासन तिहार-2025” तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा:
- पहला चरण (08 अप्रैल से 11 अप्रैल 2025): इस चरण में राज्य भर में आम जनता से आवेदन और शिकायतें प्राप्त की जाएंगी। इसके लिए ग्राम पंचायत और शहरी निकायों के कार्यालयों में विशेष व्यवस्था की गई है।
- दूसरा चरण (लगभग एक माह के भीतर): प्राप्त आवेदनों और शिकायतों का संबंधित विभागों द्वारा निराकरण किया जाएगा। इस चरण में समस्याओं का समाधान करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- तीसरा और अंतिम चरण (05 मई से 31 मई 2025): इस चरण में समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इन शिविरों में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद रहेंगे और जनता की समस्याओं का समाधान करेंगे।
महत्व और प्रभाव:
“सुशासन तिहार-2025” छत्तीसगढ़ के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह उन्हें अपनी समस्याओं को सीधे सरकार तक पहुंचाने और उनके त्वरित समाधान की उम्मीद करने का मंच प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, यह सरकार को अपनी योजनाओं और कार्यक्रमों की जमीनी हकीकत जानने और उनमें सुधार करने में मदद करेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वयं इस तिहार की सफलता के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है और जिला प्रशासन से सक्रिय सहयोग की अपेक्षा की है।
प्रचार-प्रसार:
जनसंपर्क विभाग और जिला प्रशासन इस तिहार का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करेंगे ताकि इसकी जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके। विभिन्न प्रचार माध्यमों का उपयोग किया जाएगा ताकि सभी नागरिक इस महत्वपूर्ण पहल से अवगत हों और इसका लाभ उठा सकें।
निष्कर्ष:
“सुशासन तिहार-2025” छत्तीसगढ़ सरकार का एक सराहनीय प्रयास है जो राज्य में सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आम जनता और सरकार के बीच एक मजबूत सेतु का काम करेगा और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यदि आप छत्तीसगढ़ के निवासी हैं, तो यह आपके लिए अपनी समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने और विकास प्रक्रिया में भागीदार बनने का एक सुनहरा अवसर है।