रायपुर, 09 दिसंबर 2025
छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा के डिजिटलीकरण को नई रफ्तार देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा INFLIBNET (Information and Library Network) सेवाओं के राज्यव्यापी विस्तार की प्रक्रिया को गति देते हुए आज एक महत्वपूर्ण कार्यशाला और त्रिपक्षीय MoU साइन किया गया। यह कदम राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को एकीकृत डिजिटल ढांचे से जोड़ने में मील का पत्थर साबित होगा।

छत्तीसगढ़ में INFLIBNET सेवाओं का विस्तार: पं. रविशंकर विश्वविद्यालय में ऐतिहासिक कार्यशाला और त्रिपक्षीय MoU साइन
छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग ने INFLIBNET सेवाओं के राज्यव्यापी क्रियान्वयन के लिए पं. रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर में महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की और ऐतिहासिक त्रिपक्षीय MoU साइन किया। जानें कैसे यह डिजिटल पहल विश्वविद्यालयों में शोध, लाइब्रेरी ऑटोमेशन और ई-लर्निंग को बदल देगी।
📌 छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा में डिजिटल परिवर्तन की ऐतिहासिक शुरुआत
उच्च शिक्षा विभाग, UGC और शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से शुरू की गई यह पहल छत्तीसगढ़ के सभी सार्वजनिक विश्वविद्यालयों को एकीकृत डिजिटल फ्रेमवर्क से जोड़ने की दिशा में सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है।
INFLIBNET देशभर के विश्वविद्यालयों को लाइब्रेरी ऑटोमेशन, डिजिटल संसाधन, प्लेगरिज्म डिटेक्शन, शोध प्रबंधन, ई-कंटेंट निर्माण एवं फैकल्टी प्रोफाइलिंग जैसी सेवाएँ लगभग निःशुल्क प्रदान करता है।
इस सेवा के राज्यव्यापी क्रियान्वयन से—
✔ शोध की गुणवत्ता बढ़ेगी
✔ डिजिटल संसाधनों तक समान पहुंच मिलेगी
✔ विश्वविद्यालयों का IT खर्च घटेगा
✔ पारदर्शिता एवं समन्वय बढ़ेगा
📚 PRSU रायपुर में ONOS नोडल अधिकारियों की कार्यशाला आयोजित
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के सभागार में सभी 09 शासकीय विश्वविद्यालयों के ONOS (One Nation One Subscription) नोडल अधिकारियों की तकनीकी कार्यशाला आयोजित हुई।
कार्यशाला में निम्न विषयों का विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया:
🟣 INFLIBNET की मुख्य सेवाएँ
- लाइब्रेरी ऑटोमेशन (SOUL Software)
- डिजिटल शोध उपकरण
- एकीकृत डैशबोर्ड
- ई-कंटेंट और रिसोर्स शेयरिंग
- प्लेगरिज्म जांच (शोधशुद्धि)
- शोध प्रबंधन (शोधचक्र)
- अकादमिक प्रोफाइलिंग (IIRINS)
- चरणबद्ध प्रशिक्षण मॉडल
- केंद्रीय हेल्पडेस्क प्रणाली
प्रशिक्षित नोडल अधिकारी अब अपने-अपने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को इन डिजिटल सेवाओं के प्रभावी उपयोग हेतु मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
🤝 ऐतिहासिक त्रिपक्षीय MoU: डिजिटल उच्च शिक्षा का नया इतिहास
कार्यशाला के बाद उच्च शिक्षा विभाग (DHE), INFLIBNET और छत्तीसगढ़ के सभी विश्वविद्यालयों के बीच त्रिपक्षीय MoU साइन किया गया।
यह MoU राज्य में पहली बार ऐसा एकीकृत डिजिटल इकोसिस्टम स्थापित करेगा, जहाँ—
✔ सभी विश्वविद्यालय एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगे
✔ शोध एवं लाइब्रेरी सेवाएँ एकीकृत होंगी
✔ डिजिटल डेटा मॉनिटरिंग केंद्रीकृत होगी
सचिव, उच्च शिक्षा विभाग डॉ. एस. भारतीदासन ने इसे छत्तीसगढ़ की उच्च शिक्षा प्रणाली को भविष्य-सिद्ध बनाने वाला कदम बताया।
🔧 INFLIBNET सेवाओं का चरणबद्ध कार्यान्वयन
उच्च शिक्षा विभाग और INFLIBNET आने वाले महीनों में—
- चरणबद्ध प्रशिक्षण
- संस्थागत समर्थन
- डेटा माइग्रेशन
- लाइब्रेरी ऑटोमेशन
- डिजिटल शोध सुविधाओं का विस्तार
सुनिश्चित करेंगे।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा आयुक्त डॉ. संतोष कुमार देवांगन, INFLIBNET की डायरेक्टर प्रो. देविका पी. मडाली, सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव, PRSU के रजिस्ट्रार शैलेन्द्र पटेल, प्रोफेसर एवं छात्र उपस्थित रहे।
🎓 छात्रों और शिक्षकों को मिलने वाले प्रमुख लाभ
1. SOUL सॉफ़्टवेयर से लाइब्रेरी ऑटोमेशन
- पुस्तकों का डिजिटल प्रबंधन
- OPAC ऑनलाइन सर्च
- लाइब्रेरी संचालन में पारदर्शिता
2. शोधगंगा (Shodhganga)
- थीसिस का डिजिटलीकरण
- शोध कार्य की आसान उपलब्धता
3. शोधशुद्धि (Shodhshuddhi)
- उन्नत प्लेगरिज्म डिटेक्शन
- शोध की गुणवत्ता में वृद्धि
4. शोधचक्र (ShodhChakra)
- शोध कार्य का एंड-टू-एंड डिजिटल प्रबंधन
- गाइड–शोधार्थी संवाद मंच
5. IIRINS
- फैकल्टी और शोधकर्ताओं की डिजिटल प्रोफाइलिंग
- राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और रैंकिंग में मदद
6. संसाधन साझेदारी (Resource Sharing)
- ई-जर्नल, ई-बुक्स और शोध सामग्री का साझा उपयोग
यह पूरा सिस्टम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के डिजिटल शिक्षा लक्ष्यों के अनुरूप है।
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❓ FAQs
Q1. INFLIBNET क्या है?
INFLIBNET (Information and Library Network) UGC का अंतर-विश्वविद्यालय केंद्र है जो देशभर में डिजिटल शोध, लाइब्रेरी ऑटोमेशन और ई-कंटेंट सुविधाएँ प्रदान करता है।
Q2. त्रिपक्षीय MoU का क्या महत्व है?
यह MoU छत्तीसगढ़ के सभी विश्वविद्यालयों को एकीकृत डिजिटल फ्रेमवर्क में कार्य करने की सुविधा देता है।
Q3. छात्रों को क्या लाभ मिलेगा?
छात्रों को डिजिटल लाइब्रेरी, नवीनतम शोध संसाधन, प्लेगरिज्म जांच और ई-कंटेंट तक आसान पहुँच मिलेगी।
Q4. शोध कार्य में INFLIBNET कैसे मदद करता है?
Shodhganga, Shodhshuddhi और ShodhChakra जैसे प्लेटफॉर्म शोध को पारदर्शी, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाते हैं।
✨ निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ में INFLIBNET सेवाओं का यह राज्यव्यापी विस्तार उच्च शिक्षा में डिजिटल क्रांति को गति देगा। पं. रविशंकर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यशाला और त्रिपक्षीय MoU ने डिजिटल इकोसिस्टम की ओर एक नया द्वार खोला है, जो छात्रों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले डिजिटल संसाधनों से जोड़ने में मील का पत्थर सिद्ध होगा।