मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 07 सितंबर को शाम 5:30 बजे 39वें चक्रधर समारोह-2024 का शुभारंभ करेंगे। पहले दिन पद्मश्री हेमा मालिनी ‘राधा रास बिहारी’ नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगी, वहीं कथक और करमा नृत्य का संगम भी देखने को मिलेगा। 10 दिनों तक चलने वाले इस समारोह में कला और संस्कृति की अद्भुत छटा बिखरेगी, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों की 62 प्रस्तुतियाँ होंगी।
कौन थे राजा चक्रधर
रायगढ़ ज़िले में आयोजित होने वाला चक्रधर समारोह, कलाकारों और सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं के सम्मान में आयोजित किया जाता है. यह समारोह, रायगढ़ के राजा चक्रधर सिंह की याद में आयोजित किया जाता है. राजा चक्रधर सिंह एक कुशल तबला वादक थे और संगीत और नृत्य में भी निपुण थे. उनके प्रयासों और प्रोत्साहन से ही यहां संगीत और नृत्य की नई शैली विकसित हुई.
चक्रधर समारोह की शुरुवात
चक्रधर समारोह करने की शुरुआत 1985 में गणेश चतुर्थी के दिन हुई थी। राजा चक्रधर सिंह नामचीन तबलची थे, वे स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करने ऐसे कार्यक्रम कराते थे। 1947 में उनके निधन के कई सालों बाद चक्रधर समारोह शुरू किया गया। 1987 में इसका नाम चक्रधर समारोह हुआ।
आयोजन स्थल एवं दिनांक
- रामलीला मैदान रायगढ़
- 07/09/2024
दस दिनों तक लगातार कार्यक्रम
- 7 सितम्बर को सायं 5.30 बजे पद्मश्री हेमा मालिनी द्वारा भरतनाट्यम पर आधारित नृत्य नाटिका ’राधा रासबिहारी‘ की प्रस्तुति होगी। साथ ही पद्मश्री रामलाल जी का सम्मान, श्री भूपेन्द्र बरेठ द्वारा कथक समूह नृत्य, श्री मनियर भगत जशपुर द्वारा कर्मा लोकनृत्य का भी प्रदर्शन होगा।
- 8 सितम्बर को श्री विजय शर्मा रायगढ़ द्वारा लोक गायन, सुश्री वाणी राव भोपाल द्वारा शास्त्रीय गायन, पद्मश्री रंजना गौहर दिल्ली द्वारा ओडिसी नृत्य, सुश्री मंदाकिनी स्वैन दिल्ली द्वारा शास्त्रीय गायन तथा श्री सौगत गांगुली कोलकाता द्वारा सरोद वादन प्रस्तुति देंगे।
- 9 सितम्बर को श्री रामप्रसाद सारथी खरसिया द्वारा शास्त्रीय गायन, सुश्री जया दीवान और सुश्री धरित्री सिंह चौहान द्वारा कथक, श्री शैकी सिंह दिल्ली द्वारा कथक, श्री गजेन्द्र पण्ड़ा त्रिधारा भुवनेश्वर द्वारा ओडिसी नृत्य, श्री जीतू शंकर मुम्बई द्वारा फ्यूजन, तबला, संतूर, सितार, वायलिन, परकशन तथा श्री चांद अफजल कादरी द्वारा कव्वाली की प्रस्तुति दी जायेगी।
- 10 सितम्बर को श्रीमती अनिता शर्मा रायगढ़ द्वारा भजन, सुश्री नीत्या खत्री बिलासपुर द्वारा कथक, श्री तमसीर मोहम्मद रायपुर द्वारा अकार्डियन वादन, श्री शिव प्रसाद राव दिल्ली द्वारा शास्त्रीय गायन, श्री राकेश चौरसिया मुम्बई द्वारा बांसुरी वादन, श्रीमती बासंती वैष्णव एवं ज्योतिश्री बोहिदार बिलासपुर द्वारा कथक तथा श्री प्रभंजय चतुर्वेदी रायपुर गजल गायन की प्रस्तुति देंगे।
- 11 सितम्बर को सुश्री सौम्या नामदेव रायगढ़ द्वारा कथक, सुश्री विधि सेन गुप्ता द्वारा ओडिसी, सुश्री दीपमाला सिंह द्वारा कथक, सुश्री अनुष्का सोनी जबलपुर द्वारा सितार वादन, सुश्री उपासना भास्कर द्वारा कथक समूह नृत्य, सुश्री मीनाक्षी शेषाद्रि द्वारा भरतनाट्यम तथा श्री राकेश शर्मा एवं श्रीमती निशा शर्मा द्वारा लोक गायन की प्रस्तुति दी जाएगी।
- 12 सितम्बर 2024 को श्री अंशुल प्रताप सिंह भोपाल द्वारा तबला वादन, सुश्री दीक्षा घोष रायगढ़ द्वारा भरतनाट्यम, सुश्री अन्विता विश्वकर्मा रायपुर द्वारा कथक, डॉ.आरती सिंह रायपुर द्वारा कथक, श्री राहुल शर्मा मुम्बई द्वारा संतूर एवं श्री रामकुमार मिश्र दिल्ली द्वारा तबला वादन, डॉ.जी.रथीस बाबू द्वारा भरतनाट्यम एवं कुचिपुडी तथा इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय के कलाकारों द्वारा विविध छत्तीसगढी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी।
- 13 सितम्बर को श्री हुतेन्द्र ईश्वर शर्मा रायगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी समूह नृत्य-गीत, सुश्री शार्वी केशरवानी सारंगढ़ द्वारा कथक, श्रीमती भद्रा सिन्हा एवं गायत्री शर्मा दिल्ली द्वारा भरतनाट्यम, श्री लकी मोहंती कटक द्वारा ओडिसी, सुश्री मुदुस्मिता दास गुवाहाटी द्वारा असमिया सत्रीया नृत्य, सुश्री विद्या प्रदीप कोचिन द्वारा मोहिनीअट्टम तथा पद्मश्री डॉ.भारती बंधु रायपुर द्वारा कबीर एवं सूफी गायन की प्रस्तुति होगी।
- 14 सितम्बर को सुश्री अनंता पाण्डेय रायगढ़ द्वारा विविध कला नृत्य, सुश्री शाश्वती बनर्जी रायगढ़ द्वारा कथक, सुश्री कृष्णभद्रा नम्बूदरी मुम्बई द्वारा भरतनाट्यम, डॉ. रघुपतरूनी श्रीकांत श्रीकाकुलम द्वारा कुचिपुड़ी, श्री विनोद मिश्रा सतना द्वारा शास्त्रीय गायन (ख्याल एवं ठुमरी, ग्वालियर घराना), सुश्री पौशाली चटर्जी कोलकाता द्वारा मणिपुरी तथा श्री आलोक श्रीवास दिल्ली द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
- 15 सितम्बर को सुश्री पलक देवांगन रायगढ़ द्वारा कथक, पंडित प्रदीप कुमार चौबे रायपुर द्वारा शास्त्रीय गायन (किराना घराना), सुश्री भूमिसुता मिश्रा रायपुर द्वारा ओडिसी नृत्य, सुश्री वेदिका शरण बिलासपुर द्वारा कथक, सुश्री माया कुलश्रेष्ठ दिल्ली द्वारा कथक, पद्मश्री देवयानी दिल्ली द्वारा भरतनाट्यम तथा पद्मश्री अनुज शर्मा रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ लोक गायन की प्रस्तुति होगिल।
- 16 सितम्बर अंतिम दिवस को सायं 5.30 बजे से सुश्री मानसी दत्ता गुआहाटी द्वारा बीहू लोकनृत्य तथा श्री अनिल कुमार गढ़ेवाल बिलासपुर द्वारा गेंड़ी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी दिन कवि सम्मेलन होगा जिसमें डॉ. कुमार विश्वास गाजियाबाद, पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे, श्री दिनेश बावरा, श्री सुदीप भोला एवं सुश्री साक्षी तिवारी द्वारा काव्य पाठ किया जायेगा।