आशिकी हाल होगे छत्तीसगढ़ी गाना
गीतकार: मनीभाई पटेल “नवरत्न”
आशिकी हाल होगे. कईसे कमाल होगे।
इक तन मा दू जिनगी हाय बुरा हाल होगे ।
जी के जंगाल होगे, पहेली सवाल होगे।
मिलेबर तोला जी हाय बुरा हाल होगे।
(पहिली मिलन के पहेली बुझा दे ।
कईसे तोला मया करव रस्ता सुझा दे।)x 2
मन म मोहजाल होगे दिन ह साल होगे.
कइसे बतावव बिन तोर, हाय बुरा हाल होगे।
आशिकी हाल होगे..
(तोर सुरता म, नींद नई आये ।
भीतरे भीतर म पिरीत के आगी धराये।) x 2
जर के ये लाल होगे , चोखा ये माल होगे।
कइसे रहव बिन तोर, हाय बुरा हाल होगे।
आशिकी हाल होगे……