प्रधानमंत्री जनमन योजना: विशेष पिछड़ी जनजातियों को शासन की योजनाओं का लाभ

प्रधानमंत्री जनमन योजना: विशेष पिछड़ी जनजातियों को शासन की योजनाओं का लाभ

भारत सरकार द्वारा विशेष पिछड़ी जनजातियों (पीवीटीजी) के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य में इस योजना के तहत बलौदाबाजार जिले के ग्राम बल्दाकछार और अवरई में रहने वाले कमार जनजाति के लोगों को सशक्त बनाने के लिए यह कार्य चल रहा है।

बल्दाकछार और अवरई गांव में पीएम जनमन योजना का प्रभाव

बलौदाबाजार जिले के ग्राम बल्दाकछार और अवरई में प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति के शत-प्रतिशत लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त हुआ है। बल्दाकछार में 39 और अवरई में 11 कमार परिवार रहते हैं, जिनकी कुल जनसंख्या लगभग 193 है। इस योजना के माध्यम से इन सभी लोगों के आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, और जाति प्रमाण पत्र बनाए गए हैं, जो उनकी पहचान और सरकारी सेवाओं तक पहुँच के लिए अनिवार्य हैं।

शतप्रतिशत योजनाओं का लाभ

बल्दाकछार और अवरई गांव में अब तक 11 विभिन्न योजनाओं में शतप्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। इन योजनाओं में प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत महिलाओं के बैंक खाते खोले गए हैं, जिससे वे आर्थिक स्वतंत्रता की ओर कदम बढ़ा रही हैं। इसके अलावा पात्रतानुसार किसान क्रेडिट कार्ड, राशन कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और पीएम मातृत्व वंदन योजना का लाभ भी दिया गया है।

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार

सभी लोगों की सिकल सेल जांच कराई गई है, जिससे स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान कर उनके उपचार की सुविधा दी जा सके। इसके साथ ही दो मोबाइल मेडिकल यूनिट भी उपलब्ध कराई गई हैं, जो गाँव के लोगों को घर-घर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करती हैं। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए उन्हें वित्तीय सहारा भी मिल रहा है।

बिजली और अन्य सुविधाएं

बल्दाकछार और अवरई गांव में शतप्रतिशत विद्युतीकरण हो गया है, जिससे सभी घरों में बिजली की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। यह सुविधा जनजातीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने और बच्चों की पढ़ाई में मददगार सिद्ध हो रही है। इसके अलावा गांवों में पेयजल, आवास, सड़क, और आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पोषण सेवाएं भी प्रदान की जा रही हैं।

कौशल विकास और रोजगार के अवसर

जनजातीय लोगों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से कौशल विकास कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। इस योजना के अंतर्गत विभिन्न विभागों के समन्वय से आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। इस तरह की गतिविधियां ग्रामीण जनजातीय समाज में आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

पीएम जनमन योजना का उद्देश्य

प्रधानमंत्री जनमन योजना का मूल उद्देश्य कमजोर जनजातीय समूहों, विशेष रूप से पीवीटीजी (प्रिमिटिव वल्नरेबल ट्राइबल ग्रुप) परिवारों और बस्तियों तक बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं को पहुंचाना है। इस योजना के तहत जनजातीय बस्तियों में विभिन्न योजनाओं का एकीकृत रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है ताकि उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। यह योजना पीवीटीजी समुदायों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने और उन्हें मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रही है।

संतृप्तिकरण अभियान की सफलता

बल्दाकछार और अवरई गांवों में 15 नवम्बर 2023 से प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत संतृप्तिकरण अभियान शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य था कि जो लोग योजना के लाभ से वंचित रह गए थे, उन्हें चिन्हित कर एक वर्ष के भीतर सभी योजनाओं से लाभान्वित करना। इस अभियान की सफलता का प्रमाण यह है कि इन गांवों के शत-प्रतिशत कमार जनजाति के लोगों को सभी योजनाओं का लाभ मिल चुका है।

Leave a comment