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लोकसभा चुनाव में शराब दुकान बंद हुई तो क्या हुआ ? शराब के बदले लोग पी रहे इस नशे का रस

मुख्य अंश

अनुराग नायक बसना जैसा कि हम सभी जानते हैं कि चुनाव में मतदाताओं द्वारा यहां शत प्रतिशत मतदान को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा बहुत सी बारीकियां को लेकर कई दिशा निर्देश जारी किया जाता है ।जिसके लिए शासन प्रशासन पूरी तरह मुस्तेदी से कार्य करने में जुटे हुए होते हैं ।जिसे लेकर तमाम जिलों के कलेक्टरों को जिला निर्वाचन अधिकारी की अहम जिम्मेदारी भी दी जाती है ।अभी इस लोकसभा चुनाव को लेकर भी दिनांक 24 अप्रैल शाम से ही सभी मदिरा दुकानों को भी बंद कर दिया गया है किंतु महासमुंद जिले के बसना ,सरायपाली कि ग्रामीण क्षेत्र में छिंदरस (ताड़ी )नामक जहरीले और नशीली पदार्थ का धड़ल्ले से विक्रय किया जा रहा है ।परसों से शराब दुकान भले ही बंद कर दी गई है किंतु गांव के सीमावर्ती इलाकों में इस जहरीले पदार्थ की दुकान सीना ठोक कर चलाया जा रहा है।

इस जहरीले पदार्थ के सेवन से लोगों के स्वास्थ्य में तो गिरावट आ ही रही है इसके साथ ही नाबालिक बच्चे भी लत में पढ़ रहे है।है कुछ पीने वालों से चर्चा करने पर कि वह इस ताड़ी छिन्दरस का सेवन क्यों करते हैं वह बताते हैं कि जिस नशे की मिठास इसमें है ना इसके आगे शराब कुछ ही नहीं पीने वालों की माने तो इसमें भी नशा चढ़ता है और नशा चढ़ता है तो नशे के चलते यह जहरीला पदार्थ मतदाताओं को भी मतदान से प्रभावित कर सकता है। आसानी से उपलब्ध हो जाने के कारण नाबालिक बच्चे भी इस रस की लत में पढ़ रहे हैं बच्चों के इस बिगड़ते व्यवहार से घर के माता-पिता भी परेशान है।