छत्तीसगढ़ की धरातलीय स्वरूप
छत्तीसगढ़ का भौतिक स्वरूप विविधता से भरा हुआ है, जिसमें पहाड़ियां, मैदान, पठार और पाट क्षेत्र शामिल हैं। इसे बाह्य भू-दृश्य के आधार पर निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया गया है:
1. पहाड़ी क्षेत्र
(a) चांगभखार देवगढ़ पहाड़ी:
- उत्तरी भाग में स्थित।
- सबसे ऊंची चोटी: देवगढ़।
- प्रमुख क्षेत्र: जनकपुर, बैकुंठपुर, मनेन्द्रगढ़, अंबिकापुर।
(b) छुरी उदयगढ़ पहाड़ी:
- उत्तरी क्षेत्र में सघन वनाच्छादित।
- प्रमुख क्षेत्र: कुसमी, रामानुजगंज, घरघोड़ा, कोरबा, धरमजयगढ़।
(c) मैकल पर्वत श्रेणी:
- बिलासपुर, कवर्धा और राजनांदगांव में स्थित।
- यह नर्मदा और महानदी के जल प्रवाह तंत्र को अलग करती है।
(d) अबुझमाड़ की पहाड़ियां:
- बस्तर क्षेत्र में स्थित।
- यह सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र है।
- प्रमुख क्षेत्र: पंखांजूर, नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर।
2. मैदानी क्षेत्र
(a) छत्तीसगढ़ का मैदान:
- “धान का कटोरा” कहलाने वाला क्षेत्र।
- प्रमुख क्षेत्र: बिलासपुर, रायगढ़, हसदो-मांड मैदान, शिवनाथ पार मैदान, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, कवर्धा और रायपुर।
(b) बस्तर का मैदान:
- दक्षिणी मैदान क्षेत्र।
- मुख्य नदियां: गोदावरी और शबरी।
(c) रीहंद बेसिन:
- उत्तरी सीमा पर स्थित।
- गंगा जल तंत्र का हिस्सा।
- प्रमुख क्षेत्र: वाड्रफनगर।
(d) कन्हार बेसिन:
- उत्तर-पूर्वी सीमा पर स्थित।
- प्रमुख क्षेत्र: बलरामपुर।
(e) सरगुजा बेसिन:
- सरगुजा मुख्य भूमि पर स्थित।
- प्रमुख क्षेत्र: अंबिकापुर, सरगुजा और सूरजपुर।
(f) हसदो रामपुरा बेसिन:
- मुख्य नदी: हसदो।
- प्रमुख क्षेत्र: कोरिया, बिलासपुर और कोरबा।
(g) रायगढ़ बेसिन:
- उदयपुर और छुरी पहाड़ियों से जुड़ा।
- प्रमुख क्षेत्र: रायगढ़ और कोरबा।
(h) कोटरी बेसिन:
- दक्षिण-पश्चिम सीमा पर।
- प्रमुख क्षेत्र: दंतेवाड़ा और मोहला (राजनांदगांव)।
3. पठार क्षेत्र
(a) पेंड्रा लोरमी पठार:
- उत्तर-पश्चिम सीमा पर वनाच्छादित।
- प्रमुख क्षेत्र: पेंड्रा, बिलासपुर, लोरमी, मुंगेली, कवर्धा।
(b) बस्तर का पठार:
- दंडकारण्य का हिस्सा।
- खनिज संपन्न और वनाच्छादित।
- मुख्य नदियां: इंद्रावती और शबरी।
- प्रमुख क्षेत्र: कांकेर, चारामा, जगदलपुर, केशकाल, कोंडागांव।
(c) दुर्ग उच्च भूमि:
- लौह अयस्क से संपन्न।
- प्रमुख क्षेत्र: दल्ली-राजहरा, बालोद और मोहला।
(d) धमतरी महासमुंद उच्च भूमि:
- प्रमुख क्षेत्र: धमतरी, कुरूद, राजिम, गरियाबंद, देवभोग, महासमुंद।
4. पाट क्षेत्र
(a) मैनपाट:
- “छत्तीसगढ़ का शिमला”।
- तिब्बती समुदाय का शरणस्थल।
- प्रमुख खनिज: बाक्साइट।
- प्रमुख क्षेत्र: अंबिकापुर, सरगुजा।
(b) जरंग पाट:
- सरगुजा के सीतापुर क्षेत्र में।
(c) समरी पाट:
- छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा यहाँ स्थित है।
(d) जशपुर पाट:
- सबसे बड़ा पाट क्षेत्र।
- वनाच्छादित।
- प्रमुख क्षेत्र: जशपुर, बगीचा, कुनकुरी, पत्थलगांव।
विशेषताएं:
- छत्तीसगढ़ का भौतिक स्वरूप विविधता से भरा हुआ है।
- पहाड़ियां, मैदान, पठार, और पाट क्षेत्र सभी राज्य की जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधनों को समृद्ध बनाते हैं।
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