छत्तीसगढ़ का शिमला मैनपाट
मैनपाट, छत्तीसगढ़ का एक खूबसूरत पहाड़ी इलाका है, जिसे “छत्तीसगढ़ का शिमला” भी कहा जाता है। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता, मंदिरों, जलप्रपातों और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। आइए, यहां के प्रमुख स्थलों और विशिष्टताओं पर एक नजर डालते हैं।
छत्तीसगढ़ का शिमला मैनपाट प्रमुख धार्मिक स्थल
- काली मंदिर
यह मंदिर अंबिकापुर-मैनपाट मुख्य मार्ग पर घाटी के मध्य स्थित है। मां काली का यह मंदिर अपने नाम से ही इस घाटी को “कालीघाट” के नाम से प्रसिद्ध करता है। - गोवर्धन मंदिर
सपनादर गांव में स्थित यह मंदिर भगवान शिव और राधा-कृष्ण को समर्पित है। मंदिर के पास एक वटवृक्ष है, जिसकी आकृति गोवर्धन पर्वत जैसी प्रतीत होती है। - बौद्ध मंदिर
कमलेश्वरपुर में तीन बौद्ध मंदिर हैं, जिनका निर्माण पारंपरिक बौद्ध वास्तुकला के अनुसार किया गया है। यहां बौद्ध परंपराओं के अनुसार पूजा-अर्चना होती है। - बंजारी माता मंदिर
टाइगर प्वाइंट जलप्रपात के समीप स्थित यह मंदिर पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। श्रद्धालु माता का दर्शन करने नियमित रूप से यहां आते हैं।
छत्तीसगढ़ का शिमला मैनपाट प्राकृतिक और पर्यटन स्थल
- आमगांव
यहां के प्राकृतिक दृश्य और अंबिकापुर शहर की रात्रिकालीन रोशनी का अद्भुत नजारा पर्यटकों को रोमांचित करता है। - टाइगर प्वाइंट
मैनपाट के पूर्वी भाग में महादेवमुडा नदी 60 फीट की ऊंचाई से गिरकर एक सुंदर जलप्रपात का निर्माण करती है। इसके नीचे तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई हैं। - उल्टा पानी
बिरसपानी गांव में स्थित यह स्थान अपनी अनोखी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है। यहां पानी ऊंचाई की ओर बहता हुआ प्रतीत होता है, जो पर्यटकों के लिए एक रहस्यमय अनुभव है। - मेहता प्वाइंट
यह स्थल सरगुजा-रायगढ़ सीमा पर स्थित है। यहां से रायगढ़ क्षेत्र के मनोरम प्राकृतिक दृश्य देखे जा सकते हैं। - मछली प्वाइंट
ललेय गांव के समीप स्थित यह जलप्रपात मछली नदी के प्रवाह से बनता है। घने जंगलों के बीच स्थित यह स्थान अत्यंत मनमोहक है। - जलजली दलदली
यह क्षेत्र अपनी स्प्रिंग जैसी भूमि के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर्यटक छलांग लगाकर जमीन की लोचशीलता का आनंद लेते हैं।
छत्तीसगढ़ का शिमला मैनपाट अन्य दर्शनीय स्थल
- मुर्गा घोघरा जलप्रपात
- किंग प्वाइंट जलप्रपात
- आमांगांव जलप्रपात
- एप्पल गार्डन और आलू अनुसंधान केंद्र
- सनसेट प्वाइंट (परपटिया)
- दूल्हा-दुल्हन पत्थर
प्रमुख नदियां
- मांड नदी
- मछली नदी
सांस्कृतिक विविधता और जनजातियां
मैनपाट में मांझी, मझवार, उरांव, कंवर और गोंड जैसी प्रमुख जनजातियां निवास करती हैं। 1962-63 के भारत-चीन युद्ध के बाद यहां तिब्बती शरणार्थियों ने भी बसावट की। इस क्षेत्र में यादव समुदायों की उपस्थिति भी है, जो यहां की मिश्रित संस्कृति को दर्शाती है।
अर्थव्यवस्था और उद्योग
मैनपाट की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है। यहां मक्का, धान, आलू, टाऊ, और कोदो-कुटकी की खेती होती है। इसके अलावा, CMDC द्वारा संचालित बॉक्साइट खदान आय का प्रमुख स्रोत है।
पर्यटक विश्राम गृह और एडवेंचर स्पोर्ट्स
मैनपाट में पर्यटकों के लिए निजी और अर्धशासकीय मोटल तथा रिसॉर्ट उपलब्ध हैं। यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स का भी आनंद लिया जा सकता है, जो इसे रोमांच और प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श बनाता है।