छत्तीसगढ़ के प्रथम : प्रशासनिक, राजनीतिक एवं साहित्यिक उपलब्धियां

आइए, और भी छत्तीसगढ़ के ‘प्रथम’ के बारे में जानते हैं:

छत्तीसगढ़, जो एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से सुसज्जित राज्य है, में कई प्रशासनिक और राजनीतिक उपलब्धियां दर्ज हैं। यहाँ हम छत्तीसगढ़ में विभिन्न क्षेत्रों में पहले व्यक्तियों और उनके योगदान पर एक नज़र डालते हैं।

छत्तीसगढ़ में प्रथम : प्रशासनिक एवं राजनीतिक विभूतियाँ:

  • प्रथम राज्यपाल: श्री दिनेश नंदन सहाय
  • प्रथम विधानसभा अध्यक्ष: राजेंद्र प्रसाद शुक्ल
  • प्रथम मुख्यमंत्री: श्री अजीत प्रमोद कुमार जोगी (मनोनित)
  • प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री: डॉ. रमन सिंह
  • प्रथम राज्य निर्वाचन अधिकारी: श्री अजय कुमार सिंह
  • प्रथम राज्य मुख्य सचिव: श्री अरुण कुमार
  • प्रथम पुलिस महानिदेशक: श्री मोहन शुक्ल
  • प्रथम मुख्य वन संरक्षक: श्री रमेश चंद्र शर्मा
  • प्रथम लोकायुक्त: न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी अग्रवाल
  • प्रथम महिला राज्यपाल: आनंदी बेन पटेल (अतिरिक्त प्रभार)

छत्तीसगढ़ की साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर:

  • प्रथम छत्तीसगढ़ी कहानी: “हीरु के कहनी” (लेखक: बंशीधर पांडे)
  • प्रथम उपन्यास: “मोंगरा” (लेखक: शिवशंकर शुक्ल)
  • प्रथम कवियत्री: डॉ. निरुपमा शर्मा (सोनाबाई)
  • प्रथम नाटककार: लोचनप्रसाद पांडे (नाटक: कालिकाल, 1905)
  • प्रथम पद्म श्री विजेता: मुकुटधर पांडे
  • प्रथम शहीद: गेंद सिंह (1825, परलकोट विद्रोह)
  • प्रथम स्वतंत्रता संग्राम शहीद: वीर नारायण सिंह (10 दिसंबर 1857, गांधी चौक, रायपुर)

छत्तीसगढ़ में प्रथम: संस्थान और संरचनाएं:

  • प्रथम महाविद्यालय: छत्तीसगढ़ महाविद्यालय, रायपुर
  • प्रथम विश्वविधालय: इंदिरा गांधी संगीत कला विश्वविद्यालय, खैरागढ़ (राजनांदगांव)
  • प्रथम आकाशवाणी: रायपुर, 1963
  • प्रथम दैनिक समाचार पत्र: महाकौशल

छत्तीसगढ़ के सामाजिक और प्रशासनिक योगदान:

  • प्रथम सहकारिता के जनक: पं. वामन राव लाखे
  • राज्य की संकल्पना करने वाले व्यक्ति: पंडित सुंदरलाल शर्मा
  • विधानसभा में पृथक छत्तीसगढ़ की मांग करने वाले व्यक्ति: रामकृष्ण सिंह

छत्तीसगढ़ के इतिहास में इन विभूतियों और उपलब्धियों ने राज्य के विकास और पहचान को मजबूत किया है। राज्य ने राजनीतिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया है, जिससे उसकी एक खास पहचान बनी है।

छत्तीसगढ़ के शिक्षा और कला क्षेत्र में प्रथम:

  • प्रथम विश्वविधालय: इंदिरा गांधी संगीत कला विश्वविद्यालय, खैरागढ़ (यह विश्वविद्यालय संगीत और कला शिक्षा में विशिष्ट है)
  • छत्तीसगढ़ की प्रथम आकाशवाणी केंद्र: रायपुर (1963 में स्थापित, जिससे राज्य में संचार और सूचना का प्रसार बढ़ा)
  • छत्तीसगढ़ का प्रथम सीमेंट कारखाना: जामुल, दुर्ग (राज्य के औद्योगिक विकास का प्रतीक)
  • सबसे प्राचीन मंदिर: देवरानी-जेठानी मंदिर, ताला गाँव (बिलासपुर) (यह मंदिर छत्तीसगढ़ की प्राचीन स्थापत्य कला का उदाहरण है)
  • सबसे प्राचीन मूर्ति: चतुर्भुज विष्णु मंदिर (बूढ़ीखार मल्हार) (यह छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर की पहचान है)

छत्तीसगढ़ के समाज सेवा और प्रशासन में प्रथम:

  • प्रथम राज्य मुख्य सूचना आयुक्त: ए. के. विजयवर्गी (राज्य में सूचना के अधिकार के प्रचार और प्रसार में योगदान)
  • अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के प्रथम अध्यक्ष: राजेंद्र पांभोई (राज्य के अनुसूचित जाति और जनजाति समुदायों के हितों की रक्षा में अहम भूमिका)
  • प्रथम महिला सांसद: मिनीमाता (मीनाक्षी देवी) (छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत)
  • महिला आयोग की प्रथम अध्यक्ष: हेमवंत पोरते (महिलाओं के अधिकार और सुरक्षा के लिए कार्य किया)

छत्तीसगढ़ में साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रथम:

  • प्रथम समाचारपत्र: छत्तीसगढ़ मित्र (1900, पेंड्रा, बिलासपुर) (यह राज्य में स्वतंत्र पत्रकारिता की शुरुआत का प्रतीक है)
  • प्रथम दैनिक समाचारपत्र: महाकौशल (जिसने जनसंचार को बढ़ावा दिया)
  • प्रथम छत्तीसगढ़ी व्याकरण: “छत्तीसगढ़ी बोली का व्याकरण” (लेखक: हीरालाल काव्योपाध्याय, 1890)
  • छत्तीसगढ़ का साहित्य में पहला उल्लेख: गोपाल मिश्र द्वारा “खूब तमाशा” में

छत्तीसगढ़ के अन्य क्षेत्रों में प्रथम उपलब्धियाँ:

  • छत्तीसगढ़ में सहकारिता के जनक: वामन राव लाखे (उन्होंने छत्तीसगढ़ में सहकारी आंदोलन की नींव रखी)
  • किसान आयोग के प्रथम अध्यक्ष: घनाराम साहू (किसानों के हितों और अधिकारों के संरक्षण में योगदान)
  • युवा आयोग के प्रथम अध्यक्ष: अरुण वोरा (युवाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य किया)

छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान:

  • छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद: वीर नारायण सिंह (छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता आंदोलन में उनका बलिदान सदैव स्मरणीय रहेगा)
  • प्रथम सेनानी शहीद: हनुमान सिंह (देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले सेनानी)

छत्तीसगढ़ का गौरवशाली इतिहास और संस्कृति इस राज्य को अद्वितीय बनाते हैं। राज्य ने हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है, चाहे वह शिक्षा हो, संस्कृति हो, साहित्य हो या स्वतंत्रता संग्राम। इन प्रथम उपलब्धियों के माध्यम से हम छत्तीसगढ़ की धरोहर और विरासत को समझ सकते हैं।

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