ए नंदा जाही का रे छत्तीसगढ़ी कविता

ए नंदा जाही का रे छत्तीसगढ़ी कविता ए नंदा जाही का रे नंदा जाही का रे नंदा जाही काकमरा अऊ खुमरी अरई तुतारी अरा ररा तता छो होत बिहनिया पखरा के आगी तेडगा हे चोंगी तेडगा हे पागीनोई झूले जस…
ए नंदा जाही का रे छत्तीसगढ़ी कविता ए नंदा जाही का रे नंदा जाही का रे नंदा जाही काकमरा अऊ खुमरी अरई तुतारी अरा ररा तता छो होत बिहनिया पखरा के आगी तेडगा हे चोंगी तेडगा हे पागीनोई झूले जस…
छत्तीसगढ़ी भाषा पर गोडी, उड़िया ,मराठी के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में बोले जाने वाली विभिन्न आदिवासियों की बोलियों का प्रभाव पड़ा. लगभग 1000 से छत्तीसगढ़ी भाषा में साहित्य सृजन की परंपरा शुरू हो चुकी थी .जिसे डॉक्टर नरेंद्र देव वर्मा ने…