छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के मामले तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रदेश भर में फिर से 14 नए स्वाइन फ्लू के मरीजों की पुष्टि हुई है। अब तक 300 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं तो 17 की मौत हो चुकी है।
सबसे अधिक बिलासपुर में 7 जानें गईं हैं। रोकथाम के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो N1H1 वायरस बेकाबू हो सकता है। संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नियंत्रण के प्रयास तेज किए हैं।
वहीं, दुर्ग जिले में भी स्वाइन फ्लू की एंट्री हो चुकी है। अब तक यहां 4 लोगों की मौत हो चुकी है। तो वहीं 13 मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। एक महीने के भीतर स्वाइन फ्लू के 23 मरीज जिले मं मिले हैं। नए केस सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है।
रायपुर से 10, बीजापुर, धमतरी, महासमुंद और सारंगढ़ से एक-एक मरीज शामिल हैं। प्रदेश में स्वाइन फ्लू से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल 316 पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। फिलहाल, 112 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज जारी है। वहीं 13 मरीज घर से ही होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे हैं। प्रदेश हॉट स्पॉट बिलासपुर जिला बना हुआ है। बिलासपुर स्वाइन फ्लू के अब तक 108 मरीज मिल चुके हैं। वहीं रायपुर में 85, दुर्ग में 26, जांजगीर में 20, और कोरबा में 26 मरीज मिले हैं। सभी सक्रमित मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण…
- खांसी
- बुखार
- गला खराब होना
- शरीर में दर्द
- सिर में दर्द
- ठंड लगना
- थकान
सामान्य फ्लू की तरह, स्वाइन फ्लू निमोनिया, फेफड़ों में संक्रमण और सांस लेने की अन्य समस्याओं सहित अधिक गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है । और यह मधुमेह या अस्थमा जैसी बीमारी को और भी बदतर बना सकता है। अगर आपको सांस लेने में तकलीफ, गंभीर उल्टी , पेट या बाजू में दर्द, चक्कर आना या भ्रम जैसे लक्षण हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।