स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान
“स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान” का उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और जागरूकता को बढ़ावा देना है ताकि हर नारी स्वस्थ हो और हर परिवार सशक्त बन सके। जानें इस अभियान के उद्देश्य, फायदे और पहल।

स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान क्या है?
महिला किसी भी परिवार और समाज की धुरी होती है। यदि नारी स्वस्थ है तो परिवार और समाज दोनों मजबूत रहते हैं। इसी सोच को आगे बढ़ाने के लिए “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान” चलाया गया है। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से सशक्त बनाना है।
अभियान के उद्देश्य
- महिलाओं में स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाना।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को उचित आहार और चिकित्सा उपलब्ध कराना।
- किशोरियों में एनीमिया की समस्या को दूर करना।
- महिलाओं को स्वच्छता, मानसिक स्वास्थ्य और रोग-निवारण के बारे में शिक्षित करना।
- नारी सशक्तिकरण के जरिए परिवार और समाज को मजबूत बनाना।
अभियान की प्रमुख गतिविधियाँ
- स्वास्थ्य शिविर और जांच कार्यक्रम
- पोषण आहार वितरण और जागरूकता अभियान
- एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम से जुड़ाव
- स्वच्छता और स्वच्छ जल के प्रति जागरूकता
- ग्राम सभाओं और आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यशालाएँ
अभियान के फायदे
- महिलाओं के स्वास्थ्य सूचकांक में सुधार
- मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी
- किशोरियों को बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा का लाभ
- परिवारों में पोषण और स्वच्छता की आदतों का विकास
- सशक्त नारी = सशक्त परिवार = सशक्त समाज
सरकार की पहल
भारत सरकार और राज्य सरकारें इस अभियान को राष्ट्रीय पोषण मिशन, आयुष्मान भारत, एनीमिया मुक्त भारत जैसी योजनाओं से जोड़कर चला रही हैं।
इससे स्वास्थ्य सेवाएँ अधिक प्रभावी और लोगों तक आसानी से पहुँच रही हैं।
निष्कर्ष
“स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान” सिर्फ एक योजना नहीं बल्कि एक समग्र सामाजिक आंदोलन है, जिसका लक्ष्य है – हर नारी स्वस्थ, हर परिवार सशक्त और हर समाज प्रगतिशील।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान क्यों जरूरी है?
👉 क्योंकि महिला के स्वस्थ होने पर ही परिवार और समाज स्वस्थ व मजबूत बनता है।
Q2. इस अभियान में क्या-क्या शामिल है?
👉 स्वास्थ्य जांच, पोषण वितरण, एनीमिया नियंत्रण, स्वच्छता और जागरूकता कार्यक्रम।
Q3. यह अभियान किन-किन से जुड़ा है?
👉 राष्ट्रीय पोषण मिशन, एनीमिया मुक्त भारत और आयुष्मान भारत योजनाओं से।