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जशपुर जिला और यहाँ के प्रसिद्ध स्थल

जशपुर जिला और यहाँ के प्रसिद्ध स्थल :- जशपुर जिला छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तर-पूर्वी कोने में स्थित है। जशपुर नगर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। ब्रिटिश राज जशपुर शहर के दौरान पूर्वी राज्य एजेंसी के रियासतों में से एक जशपुर राज्य की राजधानी थी.|

जशपुर जिला और यहाँ के प्रसिद्ध स्थल
जशपुर जिला और यहाँ के प्रसिद्ध स्थल

आजादी से पहले जशपुर एक रियासत थी। स्थानीय यहाँ कहा गया है कि सबूत बताते हैं कि डोम राजवंश 18 वीं शताब्दी के मध्य तक क्षेत्र पर शासन कर रही थी। वर्तमान जशपुर राज्य सुजन राय के संस्थापक ने आखिरी डोम शासक रायबन को हराया और मार दिया।

जशपुर जिला और यहाँ के प्रसिद्ध स्थल

दनपुरी झरना

जशपुर के जंगलों में स्थित दनगरी झरना बहुत खूबसूरत है जिसकी सुन्दरता मन को मोह लेने वाही है।इसे देखने जाने से पहले आप को जंगलो से गुजरना होगा ये जंगल बहुत ही शांत सुन्दर और मनोहर दीखते है पर्यटकों की जंगलों की सैर के दौरान पर्यटक इस झरने के खूबसूरत दृश्य देख सकते हैं। यह झरना जशपुर से मात्र दो घंटे की दूरी पर है।

रानीदाह झरना

आरा मार्ग पर लगभग 18 किमी. की दूरी पर मुख्य सड़क से लगभग 5 किमी अंदर की ओर “रानिदाह” स्थित है| चुकी यहाँ का नज़ारा बहुत ज्यादा मनोहर है इस लिए यह पिकनिक के लिए अच्छा है बहुत से परिवार जंगल और पहाड़ियों के बीच में स्थित मौके का आनंद लेते हैं। पानी के पूल कि एक प्राकृतिक दृश्यों आगंतुकों की खुशी को बया करती है । एच्केला के पास एच.क्यू से यह शायद ही 12 किलोमीटर है|

रानीदाह झरना
रानीदाह झरना

खुरियारानी गुफा

खुरियारानी गुफा जशपुर नगर में सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है, इस स्थान के नागरिकों को कोरबा जनजाति के रूप में जाना जाता है, पहाड़ी के अंदर जाने  के लिए एक छोटे से मार्ग से की जाती है | पहाड़ी के अंदर खुरीया रानी माता का  मंदिर है |

यह स्थान  बगीचा से 17 किमी दूर पर स्थित  है। यह गुफा में बहुत ही अंधेरा है तथा अन्दर से पानी बाहर की ओर बहती है ।बिना रौशनी या प्रकाश के बिना अन्दर प्रवेश करना संभव नहीं है |

खुरियारानी मंदिर के गुफा के पास एक अत्यंत सुन्दर प्रपात का सृजन डोकरी नदी करती है जो की इब नदी की सहायक नदी है | खुरियारानी मंदिर की प्रसिद्धी  दूर दूर तक है | इसके प्रति लोगो की आगाघ श्रध्दा और आस्था है |लोगो की मान्यता है की यहाँ पूजा अर्चना से मनोकामनाए निश्चित रूप से पूर्ण होती है |

सोग्रा अघोर आश्रम

बादालखोर अभ्यरण वन विभाग में स्थित है, इस स्थान का क्षेत्र 104 वर्ग फिट है, इस जगह की जलवायु जंगली जानवरों और पक्षियों के लिए पूरी तरह अनुकूल है। यह जगह पूरी तरह से पहाड़ी-स्टेशन है, इसलिए इस स्थान पर विशेष रूप से लोग अपने ग्रीष्मकाल में छुट्टियां में आती हैं, ग्राम कुरहती पान में अभिररण के पास वन विभाग के आवासीय घर हैं|

सोग्रा अघोर आश्रम
सोग्रा अघोर आश्रम

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