महासमुन्द जिला अपनी सांस्कृतिक इतिहास के लिए प्रसिद्ध है।
यह क्षेत्र ‘सोमवंशीय सम्राट’ द्वारा शासित ‘दक्षिण कोशल’ की राजधानी थी.
यहाँ बड़ी संख्या में मंदिर हैं,जो अपने प्राकृतिक और सौंदर्य के कारण हमेशा आगंतुकों को आकर्षित करते हैं।
यहाँ के मेले/त्यौहार लोगों के जीवन का हिस्सा बन गए हैं।।
दक्षिण कोशल यानी,वर्तमान छत्तीसगढ़ के सिरपुर की स्थिति सभी अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों के शीर्ष पर है।
सिरपुर, पवित्र महानदी नदी के तट पर स्थित है,यह पूरी तरह से सांस्कृतिक और स्थापत्य कला का विलय है।
पूर्व में (सोमवंशीय सम्राटों के समय) में सिरपुर ‘श्रीपुर’ के नाम से जाना जाता था, और यह दक्षिण कोशल की राजधानी थी।
महत्वपूर्ण और मूल प्रयोगों के साथ ही धार्मिक, आध्यात्मिक, ज्ञान और विज्ञान के मूल्यों की वजह से सिरपुर की स्थिति भारतीय कला के इतिहास में बहुत ही खास है।