राज्यपाल रमेन डेका ने धमतरी प्रवास में टी.बी. मरीजों को दी प्रोटीन युक्त फूड बास्केट
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने अपने धमतरी प्रवास के दौरान राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (टीबी मुक्त भारत अभियान) के तहत तीन निक्षय मित्रों के सहयोग से तीन टी.बी. मरीजों को प्रोटीन युक्त फूड बास्केट वितरित किए।

उन्होंने इस अवसर पर टी.बी. मरीजों को जागरूक करते हुए कहा कि टी.बी. से डरने की आवश्यकता नहीं है। यह बीमारी नियमित दवाओं के सेवन और संतुलित आहार से पूरी तरह ठीक हो सकती है।
राज्यपाल बने निक्षय मित्र
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने स्वयं निक्षय मित्र बनने का निर्णय लिया और घोषणा की कि वे धमतरी जिले के 10 टी.बी. मरीजों की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि मरीजों को दी जाने वाली फूड बास्केट में पौष्टिक आहार शामिल होते हैं, जिनकी अनुमानित लागत ₹500 प्रति बास्केट होती है। इस बास्केट में प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ होते हैं, जो मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और उन्हें जल्द स्वस्थ होने में मदद करते हैं।

निक्षय मित्र बनने की प्रक्रिया
निक्षय मित्र बनने के लिए कोई भी व्यक्ति या संस्था 6 महीने या उससे अधिक समय तक टी.बी. मरीजों को सहायता प्रदान कर सकती है। यह पहल न केवल मरीजों के इलाज में मददगार साबित होती है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य भी करती है।
रेडक्रॉस को जोड़ा जाएगा अभियान से
राज्यपाल श्री डेका ने प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान की गतिविधियों को और प्रभावी बनाने के लिए रेडक्रॉस सोसाइटी को अभियान से जोड़ने के निर्देश दिए। रेडक्रॉस की भागीदारी से इस अभियान को और अधिक व्यापक और प्रभावी बनाने की उम्मीद है।
टी.बी. मुक्त भारत: एक राष्ट्रीय लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए टी.बी. मुक्त भारत अभियान का लक्ष्य 2025 तक देश को टी.बी. मुक्त बनाना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही है, जिसमें जागरूकता कार्यक्रम, मुफ्त जांच और दवाइयों का वितरण शामिल है।
टी.बी. मरीजों के लिए राज्यपाल रमेन डेका की यह पहल न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह दिखाती है कि व्यक्तिगत प्रयास और सामूहिक भागीदारी से टी.बी. जैसी गंभीर बीमारी को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।