आदि कर्मयोगी अभियान के तहत 169 ग्रामों में विशेष ग्राम सभाएँ, “विलेज विज़न प्लान 2030” को मिली मंजूरी
गौरेला-पेण्ड्रा- मरवाही जिले में आदि कर्मयोगी अभियान के तहत 169 ग्रामों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया। इन सभाओं में “विलेज विज़न प्लान 2030” को अनुमोदन मिला, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, महिला सशक्तिकरण और डिजिटल विकास के जरिए ग्रामों का आत्मनिर्भर भविष्य बनाना है।

गौरेला-पेण्ड्रा- मरवाही में ऐतिहासिक पहल
आदि कर्मयोगी अभियान के तहत 2 और 3 अक्टूबर 2025 को जिले के 169 चिन्हित ग्रामों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया।
यह आयोजन महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर हुआ।
विलेज विज़न प्लान 2030 की मुख्य बातें
इस योजना में ग्राम स्तर पर दीर्घकालिक विकास के लिए प्राथमिकताएँ तय की गईं, जिनमें –
- स्वास्थ्य और शिक्षा
- आजीविका और महिला सशक्तिकरण
- कृषि और सिंचाई
- पेयजल और स्वच्छता
- सड़क और डिजिटल सुविधाएँ
ग्रामवासियों की आवश्यकताओं और सुझावों के आधार पर तैयार किए गए इन विज़न प्लानों का उद्देश्य हर गाँव को आत्मनिर्भर बनाना है।
कलेक्टर का संदेश
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने कहा –
“ग्राम सभा लोकतंत्र की नींव है। जब ग्रामीण स्वयं विकास की दिशा तय करते हैं, तभी आत्मनिर्भरता का सपना साकार होता है। विलेज विज़न प्लान 2030 सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास की ठोस रूपरेखा है।”
ग्रामीणों की भागीदारी और संकल्प
- ग्राम सभाओं में ग्रामीणों और अधिकारियों ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि वर्ष 2030 तक हर गाँव का सर्वांगीण विकास किया जाएगा।
- यह पहल आदिवासी समुदाय को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाने का एक मील का पत्थर साबित हो रही है।
निष्कर्ष
गौरेला-पेण्ड्रा- मरवाही में आयोजित विशेष ग्राम सभाएँ और विलेज विज़न प्लान 2030 आने वाले समय में न सिर्फ ग्रामीण विकास का मार्ग प्रशस्त करेंगी, बल्कि आदिवासी समाज को भी नई दिशा और पहचान देंगी।