शिशुपाल पर्वत: छत्तीसगढ़ का अद्भुत पर्यटन स्थल

छत्तीसगढ़ का शिशुपाल पर्वत प्रकृति प्रेमियों, पर्वतारोहियों और पर्यटकों के लिए एक अद्भुत गंतव्य है। यह पर्वत न केवल अपने प्राकृतिक नजारों के लिए प्रसिद्ध है,

Shishupal Mountain: Amazing tourist destination of Chhattisgarh

बल्कि इसके धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण भी लोगों को आकर्षित करता है।

शिशुपाल पर्वत तक कैसे पहुंचे?

सड़क मार्ग

शिशुपाल पर्वत तक पहुंचना सड़क मार्ग से बेहद आसान है। यह छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला मुख्यालय से 149 किमी और सरायपाली विकासखंड से मात्र 26 किमी की दूरी पर स्थित है। रास्ते में आपको सुंदर प्राकृतिक दृश्य मंत्रमुग्ध कर देंगे।

हवाई मार्ग

निकटतम हवाई अड्डा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित है। रायपुर से सरायपाली होते हुए शिशुपाल पर्वत तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।

रेल मार्ग

शिशुपाल पर्वत के आसपास कोई सीधा रेल मार्ग उपलब्ध नहीं है। निकटतम रेलवे स्टेशन महासमुंद है, जहां से आप बस, टैक्सी या बाइक द्वारा पर्वत तक पहुंच सकते हैं।

शिशुपाल पर्वत की विशेषताएं

प्राकृतिक नजारे और मौसमी जलप्रपात

शिशुपाल पर्वत पर पहाड़ों की श्रृंखला का मनमोहक दृश्य अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। यहां छोटे-बड़े मौसमी जलप्रपात पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करते हैं।

Shishupal Mountain: Amazing tourist destination of Chhattisgarh

1100 फीट की ऊंचाई से गिरता जलप्रपात, जिसे स्थानीय लोग घोड़ाधार कहते हैं, पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

शिशुपाल पर्वत के शीर्ष पर स्थित शिव मंदिर में हर साल मकर संक्रांति और महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर मेले का आयोजन होता है।

Shishupal Mountain: Amazing tourist destination of Chhattisgarh

इस दौरान हजारों श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।

पर्वतारोहण का आनंद

पर्वत की खड़ी चढ़ाई पर्वतारोहियों को विशेष रूप से आकर्षित करती है। हालांकि यह चुनौतीपूर्ण है, लेकिन अद्भुत नजारों का आनंद लेने के लिए इसे पार करना हर प्रकृति प्रेमी के लिए खास अनुभव होता है।

क्षेमाखूटी चोटी

पर्वत की सबसे ऊंची चोटी, जिसे क्षेमाखूटी चोटी कहा जाता है, 10 किमी क्षेत्र में फैली है। यहां से पूरे क्षेत्र का विहंगम दृश्य पर्यटकों को अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।

पर्यटकों के लिए आवश्यक सुझाव

  • पर्वत पर चढ़ने के दौरान आरामदायक जूते पहनें।
  • अपने साथ पानी और स्नैक्स अवश्य रखें।
  • पर्यावरण की स्वच्छता बनाए रखने के लिए कचरा न फैलाएं।
  • स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करें।

छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड से अपेक्षा

शिशुपाल पर्वत जैसी प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड को इस स्थान पर ध्यान देना आवश्यक है। उचित सुविधाओं और मार्गदर्शन से यह स्थान पर्यटकों के लिए और भी आकर्षक बन सकता है।

शिशुपाल पर्वत प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व और रोमांचक अनुभव का अद्भुत मिश्रण है। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं और नई जगहों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो शिशुपाल पर्वत आपकी सूची में जरूर होना चाहिए।

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