भारतनेट फेज-II परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ में 30,597 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाकर 5987 ग्राम पंचायतों को जोड़ने का कार्य चल रहा है। इस परियोजना से छत्तीसगढ़ में डिजिटल कनेक्टिविटी में सुधार हो रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को इंटरनेट से जोड़ना है।
भारतनेट फेज-II पर योजना – छत्तीसगढ़ में डिजिटल कनेक्टिविटी की क्रांति
भारत सरकार के नेतृत्व में चल रही भारतनेट फेज-II परियोजना छत्तीसगढ़ में डिजिटल क्रांति का प्रतीक है। इस परियोजना के तहत राज्य में 30,597 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई जा रही है, जिससे 5987 ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाएगा। छत्तीसगढ़ में यह परियोजना 2155.25 करोड़ रुपये की लागत से विकसित हो रही है। परियोजना के तहत अब तक 29102 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने का कार्य पूरा किया जा चुका है, और 5699 से अधिक ग्राम पंचायतों को जोड़ा गया है।
इस परियोजना में रिंग पद्धति और आईपी/एमपीएलएस तकनीक का उपयोग कर कनेक्टिविटी प्रदान की जा रही है, जिससे राज्य में डिजिटल संचार को मजबूत किया जा रहा है।
मुख्य बिंदु:
- कुल ऑप्टिकल फाइबर केबल: 30,597 किलोमीटर
- कुल ग्राम पंचायतें: 5987 (23 सेटेलाईट कनेक्टिविटी सहित)
- लागत: 2155.25 करोड़ रुपये
- कार्य पूरा हुआ: 29102 किलोमीटर फाइबर बिछाया गया, 5699 ग्राम पंचायतें जोड़ी गईं
- एफटीटीएच कनेक्शन: 1080 ग्राम पंचायतों में कनेक्शन प्रदान किए गए
भारतनेट फेज-II की ख़ासियत:
- रिंग पद्धति और आईपी/एमपीएलएस तकनीक का उपयोग
- नवा रायपुर में स्टेट नेटवर्क ऑपरेशन सेंटर (एस-नॉक) का निर्माण
- तेज़, सुरक्षित और स्थिर कनेक्टिविटी