छत्तीसगढ़ की होनहार बेटी निशा ने अपनी मेहनत और जज्बे से मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया। जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निशा से मुलाकात की, तो उनके स्नेहपूर्ण आश्वासन ने निशा की सारी चिंताओं को दूर कर दिया। मुख्यमंत्री ने न केवल निशा को प्रोत्साहित किया, बल्कि उनके पर्वतारोहण के सपने को पूरा करने का भी आश्वासन दिया।
निशा के सपनों को मिला मुख्यमंत्री का साथ
मुख्यमंत्री ने निशा से कहा, “आप अपने लक्ष्य पर फोकस करें। छत्तीसगढ़ सरकार हर बेटी के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। आर्थिक स्थिति कभी भी हौसलों को कमजोर नहीं कर सकती।” यह सुनकर निशा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
निशा का पर्वतारोहण का सफर
निशा ने मुख्यमंत्री को यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस पर तिरंगा फहराने के अपने अनुभव बताए। इस दौरान उन्होंने कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उनके हौसले बुलंद रहे। अब निशा का अगला लक्ष्य अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा फहराना है। उनका अंतिम सपना है माउंट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा लहराना।
आर्थिक चुनौतियों का सामना
निशा के पिता एक ऑटो चालक हैं। सीमित आय के कारण निशा के पर्वतारोहण के सपनों को साकार करना कठिन हो रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री के समर्थन ने उनकी मुश्किलों को हल कर दिया। निशा ने नम आंखों से कहा, “मुख्यमंत्री जी, आपने मेरी सारी चिंताओं को दूर कर दिया है। मैं आपका दिल से धन्यवाद करती हूं।”
मुख्यमंत्री का संदेश: बेटियों पर गर्व
मुख्यमंत्री ने निशा की तारीफ करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ को अपनी बेटियों पर गर्व है। हम चाहते हैं कि हमारी बेटियां माउंट एवरेस्ट तक पहुंचें और देश का नाम रोशन करें।” उन्होंने निशा के आत्मविश्वास और जुनून की सराहना की और शुभकामनाएं दीं।
छत्तीसगढ़ की बेटियों के लिए प्रेरणा
निशा की कहानी छत्तीसगढ़ की हर बेटी के लिए प्रेरणा है। यह दिखाती है कि यदि हौसले बुलंद हों और सही मार्गदर्शन मिले, तो कोई भी सपना पूरा हो सकता है।