लोकगीत व लोक नृत्य/ शिवकुमार श्रीवास “लहरी”

यह कविता छत्तीसगढ़ के लोकगीत और लोकनृत्य की महिमा को बखान करती है। लोकगीत और लोकनृत्य एक विशेष प्रकार का सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का माध्यम हैं, जो समाज की परंपराओं, मान्यताओं … Read more