कांकेर जिला – एक नजर में (Kanker District at a Glance)
- कांकेर पहले बस्तर जिले का हिस्सा था।
- 1998 में इसे स्वतंत्र जिला घोषित किया गया।
🗺️ भौगोलिक स्थिति (Geographical Location)
- रेखांश (Latitude): 20.6° से 20.24° उत्तर
- देशांतर (Longitude): 80.48° से 81.48° पूर्व
- कुल क्षेत्रफल: लगभग 5285.01 वर्ग किमी
- ज़िला अधिकतर छोटे पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है।
🌊 नदियाँ (Rivers)
जिले से बहने वाली प्रमुख नदियाँ:
- दूध नदी
- महानदी
- हटकुल नदी
- सिंदुर नदी
- तुरु नदी
📍 स्थानिक दूरी (Distances)
- रायपुर से दूरी – लगभग 140 किमी
- जगदलपुर से दूरी – लगभग 160 किमी
🏢 प्रशासनिक विभाजन (Administrative Division)
- कुल तहसीलें (Tehsils): 7
- कांकेर
- चारामा
- नरहरपुर
- भानुप्रतापपुर
- अंतागढ़
- दुर्गकोंदल
- कोयलीबेड़ा
- कुल गांवों की संख्या: 1004
- राजस्व गाँव: 995
- वन गाँव: 9
🏞️ पर्यटन स्थल (Tourist Attractions)
- गाडिया पर्वत
– ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल, प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर - मलांजकुडुम जलप्रपात
– कांकेर से कुछ किलोमीटर दूर स्थित मनोरम झरना - चर्रे-मर्रे जलप्रपात
– वर्षा ऋतु में लोकप्रिय, हरा-भरा पर्यटन स्थल - शिवानी मंदिर
– आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व का मंदिर
🌾 अन्य विशेषताएँ (Other Highlights)
- कांकेर जिला वन और खनिजों से समृद्ध है।
- आदिवासी संस्कृति का गहरा प्रभाव है।
- लोक कला, वाद्य यंत्र, बांस शिल्प के लिए प्रसिद्ध।