छत्तीसगढ़ में भौगोलिक सूचना प्रणाली

भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) – CG प्रतियोगी परीक्षा विशेष

छत्तीसगढ़ में भौगोलिक सूचना प्रणाली
छत्तीसगढ़ में भौगोलिक सूचना प्रणाली

🧭 GIS क्या है?

GIS (Geographic Information System) एक कंप्यूटर आधारित प्रणाली है जो भौगोलिक डेटा को संग्रहित (store), विश्लेषण (analyze), और प्रस्तुत (present) करती है। इसका उपयोग मानचित्र बनाने, योजना तैयार करने और संसाधनों के प्रबंधन में किया जाता है।


📍 छत्तीसगढ़ में GIS की शुरुआत

  • GIS परियोजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ सरकार और उसकी नोडल एजेंसी CHiPS (Chhattisgarh Infotech & Biotech Promotion Society) द्वारा की गई।
  • इसका उद्देश्य राज्य के प्राकृतिक संसाधनों, सड़क नेटवर्क, गांव के नक्शे आदि की जानकारी डिजिटल रूप में तैयार करना था।

🔍 GIS के अंतर्गत प्रमुख कार्य

✅ 1. प्राकृतिक संसाधन डेटाबेस (NRD):

  • स्केल: 1:50000
  • तैयार की गई परतें: जल निकासी, जलग्रहण क्षेत्र, मिट्टी, खनिज, भूमि उपयोग, वनस्पति, जनगणना, सामाजिक-आर्थिक डेटा।

✅ 2. कैडस्ट्रल मैप (भूमि रिकार्ड मानचित्र):

  • स्केल: 1:4000
  • कार्य: गांव/राजस्व नक्शों की स्कैनिंग, डिजिटलीकरण और भू-संदर्भन।

✅ 3. सड़क और रेलवे नेटवर्क:

  • पीडब्ल्यूडी और आरईएस द्वारा उपलब्ध रोड मैप्स का डिजिटलीकरण।
  • उच्च रिज़ॉल्यूशन सैटेलाइट डेटा से नई सड़कों की पहचान।

✅ 4. GIS में प्रयोग किए गए डेटा स्रोत:

  • इसरो के IRS LISS-III / LISS-IV, Cartosat, PAN क्रोमैटिक इमेजेस
  • NRSA (ISRO) और RRSSC (Nagpur) से तकनीकी सहायता।

📌 GIS से लाभ

लाभविवरण
✅ योजना निर्माणसटीक नक्शों और डेटा से योजनाएं बनाना आसान
✅ पारदर्शितासंसाधनों का सही और सार्वजनिक रिकॉर्ड
✅ ग्रामीण विकासगांव-स्तर की जानकारी से स्थानीय विकास योजनाएं
✅ विवाद समाधानजमीन आदि से संबंधित विवादों में सटीक जानकारी उपलब्ध

💡 परीक्षोपयोगी तथ्य (One-liner MCQ style)

  • ✅ छत्तीसगढ़ में GIS परियोजना की मुख्य एजेंसी कौन है? → CHiPS
  • ✅ छत्तीसगढ़ में भू-संदर्भित कैडस्ट्रल मैप का स्केल क्या है? → 1:4000
  • ✅ GIS परियोजना में उपयोग किया गया प्रमुख उपग्रह डेटा कौन सा है? → IRS LISS-III / IV, Cartosat
  • ✅ RRSSC केंद्र कहां स्थित है जिसने GIS में मदद की? → नागपुर
  • ✅ GIS का पूर्ण रूप क्या है? → Geographic Information System
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